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Showing posts from October, 2024

छोटी दिवाली 2024: इस दिवाली बिजनेस ग्रोथ के लिए मिलेगा सॉल्यूशन

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दिवाली का पर्व हमेशा से समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। छोटी दिवाली, जो दिवाली के एक दिन पहले मनाई जाती है, बिजनेस ग्रोथ के लिए विशेष रूप से शुभ मानी जाती है। अगर आपका व्यवसाय धीमा चल रहा है या आप अपने व्यापार में तेजी से उन्नति करना चाहते हैं, तो इस  छोटी दिवाली 2024   पर ज्योतिषीय उपाय आपके लिए समाधान हो सकते हैं। कुंडली में देखें व्यापार के योग आपके जन्म कुंडली (Birth Chart) में ग्रहों की स्थिति यह दर्शाती है कि आपका व्यवसाय किस दिशा में जाएगा। अगर आपकी कुंडली में सही योग नहीं हैं या ग्रहों की स्थिति अनुकूल नहीं है, तो इससे बिजनेस ग्रोथ में अड़चने आ सकती हैं।  व्यवसाय ज्योतिष   (Business Astrology) के अनुसार, कुंडली में मंगल, बुध, और शुक्र ग्रह व्यापार के लिए मुख्य कारक माने जाते हैं। अगर ये ग्रह कमजोर स्थिति में हैं तो व्यापार में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। व्यापारिक सफलता के लिए ग्रहों का आशीर्वाद व्यापार के विकास के लिए ग्रहों की अनुकूल स्थिति महत्वपूर्ण होती है। आपकी  जन्म कुंडली   ( Birth Chart ) में ग्रहों का गोचर या उनकी स्थिति यह बताती है कि आप कब और कैसे अपने

What should you purchase on Dhanteras 2024

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Dhanteras is the festival of wealth and prosperity, marks the beginning of the Diwali celebrations in India. This auspicious day is dedicated to Lord Dhanvantari, the god of Ayurveda, and is believed to bring good fortune and health. In   2024 Dhanteras   falls on November 2, and it’s the perfect time to think about your financial well-being while participating in traditional festivities. Dr. Vinay bajrangi is one of the best astrologer in the world, with a focus on smart purchasing decisions. He will explore and tell what you should consider buying this Dhanteras, along with investment tips and insights from financial astrology. Financial Celebration on Festival Dhanteras is traditionally associated with the purchase of precious metals, especially gold and silver. This practice is rooted in the belief that buying these items on Dhanteras attracts prosperity and wealth into one’s life. However, the festival has evolved to encompass a broader spectrum of financial celebrations. In  Dhan

will i am marriage While horoscope matching does not correct

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Everyboy know marriage is often viewed as one of life most significant milestones, and in many cultures, horoscope matching plays a crucial role in determining compatibility between partners. Dr. Vinay Bajranngi gives you there are instances where individuals may find that despite a favorable   horoscope match , challenges arise that lead them to question the very basis of their union. We explore the importance of kundali matching, the implications of marriage delays, and how health issues reflected in horoscopes can impact one’s married life. The Importance of Kundali Matching Kundali matching or horoscope matching is a traditional practice that has been followed for centuries, especially in Indian culture. It involves comparing the birth charts of the prospective bride and groom to assess compatibility in various aspects of life, including personality traits, career prospects, etc. Dr. Vinay Bajrangi astrologer analyze factors like the positions of the planets, houses, and zodiac sig

Karava chauth 2024 aur Vaivahik samasya

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करवा चौथ मेहंदी और वैवाहिक समस्याएं: ज्योतिषीय समाधान और भविष्यवाणियां करवा चौथ का पर्व भारतीय संस्कृति में वैवाहिक संबंधों के प्रति समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन के लिए व्रत रखती हैं। मेहंदी, जो इस दिन का एक अहम हिस्सा है, न केवल सौंदर्य का प्रतीक है बल्कि यह आपके वैवाहिक जीवन की कुछ ज्योतिषीय संकेत भी देती है। ज्योतिष के अनुसार, मेहंदी का गहरा या हल्का रंग आपके जीवनसाथी के साथ संबंधों को भी दर्शाता है। आइए, इस  करवा चौथ/ karva chauth  पर ज्योतिषीय दृष्टि से मेहंदी और  वैवाहिक जीवन की चुनौतियों  को समझें। मेहंदी का रंग और वैवाहिक जीवन की समस्याएं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,  करवा चौथ  के दिन लगाई जाने वाली मेहंदी का गहरा रंग यह संकेत देता है कि आपका वैवाहिक जीवन सुखद और प्रेम से भरा रहेगा। इसके विपरीत, अगर मेहंदी का रंग हल्का आता है, तो यह वैवाहिक जीवन में आ रही कुछ चुनौतियों की ओर इशारा कर सकता है। कई बार यह समस्याएं संवाद की कमी, आपसी मतभेद, या किसी ज्योतिषीय दोष के कारण उत्पन्न होती हैं। इन समस्याओं को सुलझाने के लिए वैदिक ज्योतिष

Career Selection by Astrological Guidance

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  In today’s fast-paced world, choosing the right career path can be overwhelming. With numerous options available, many individuals find it difficult to make decisions that align with their passions and strengths. One unique approach to making career decisions involves using  Vedic astrology . This ancient Indian system, based on the positioning of planets and stars at the time of one’s birth, provides deep insights into a person's potential career path. By analyzing a birth chart (also known as a  kundali ),  Career astrology  can guide you toward careers that are most aligned with your innate abilities and life purpose. Practical Tips for Applying Vedic Astrology in Career Decisions 1.      Understand Your 10th House:  The 10th house, also known as the  House of Career and Profession , is crucial in determining your professional path. The zodiac sign and planetary positions in this house offer insights into the kind of work that suits you best. If your 10th house is governed by

मां कात्यायनी: विवाह में आ रही देरी को दूर करने वाली देवी

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भारतीय   संस्कृति   में   नवरात्रि   का   पर्व   बहुत   महत्व   रखता   है ,  जिसमें   मां   दुर्गा   के   नौ   रूपों   की   पूजा   की   जाती   है  इनमें   से एक   मां   कात्यायनी   हैं ,  जिन्हें   विशेष   रूप   से   विवाह   संबंधी   समस्याओं   को   हल   करने   वाली   देवी   के   रूप   में   पूजा   जाता   है  अगर   आपकी   जन्मकुंडली   में   विवाह   में   देरी   की   संभावनाएं   हैं   या   आपके   विवाह   की   बात   बनते  बनते   टूट   जाती   है ,  तो   कात्यायनी   माता   की   पूजा   विशेष   रूप   से   लाभकारी   हो   सकती   है। मां   कात्यायनी   की   कथा मां   कात्यायनी   की   कथा   महर्षि   कात्यायन   के   साथ   जुड़ी   हुई   है  महर्षि   कात्यायन   ने   मां   दुर्गा   से   पुत्री   के   रूप   में   जन्म   लेने   की   कामना   की   थी ,  जो   आगे   चलकर   श्रीकृष्ण   की   पत्नी   बनीं  मां   कात्यायनी   ने   राक्षस   महिषासुर   का   वध   करके   धर्म   और   अधर्म   की   लड़ाई   में   अधर्म   पर   धर्म   की   विजय   का   प्रतीक   बनीं। मां   कात्यायनी   की   पूजा   का   महत्व मां   कात्यायन